ऑनलाइन परीक्षा और पढ़ाई में क्षात्र अपने ही भविष्य से खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं। Online exam में धोखाधड़ी करके आप नौकरी तो पा सकते हें लेकिन अपने आपको एक सफल व्यक्ति कहने में सरमाओगे ।
दोस्तो आपने ऑनलाइन एग्जाम के बारे में सुना होगा अब इंटरनेट के जमाने में ऑनलाइन एग्जाम होने लगे हैं। वर्ष 2010 के बाद के एग्जाम नकल से होने लगे। उसके पहले के एग्जाम डंडे की दम पर हुआ करते थे। स्कूल में जब एग्जाम देने जाते थे जो लोग एग्जाम के समय जरा भी कोई गड़बड़ी की नहीं अध्यापक डंडा से कूट देते थे। एग्जाम में सवालों के उत्तर से ज्यादा डंडे याद रहते थे। और उन डंडो की गूँज आज भी कभी कभार कानों में गूँज जाती है। एग्जाम के समय नकल के लिए क्षात्रों से पैसे भी बसूले जाने लगे।
आप अगर स्कूल प्रबंधन को 500 रुपये प्रति पेपर देते हैं तो स्कूल प्रसाशन की तरफ से आपको भर भर के नकल दी जाएगी। स्कूल खोलकर कमाई की जाती है पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए यह लिंक खोलें। अब वह समय है ऑनलाइन एग्जाम का किसी परीक्षा स्थल पर परीक्षा देने नहीं जाना है। आपको अपने घर से ही कंप्यूटर या मोबाइल के माध्यम से एग्जाम देना है। हम अपनी वैबसाइट के माध्यम से किसी भी किसी भी योजना में स्कैम कैसे किया जाता है उस बात को प्रमोट नहीं करते हैं। जो हो रहा है बस उसी पर बात करते हैं। वही हाल ऑनलाइन एग्जाम का है बहुत आराम हो गया है क्षात्रों को घर बैठे ही पास।
ऑनलाइन एग्जाम कैसे होता है?
ऑनलाइन एग्जाम डिजिटल इंडिया कह लो या नयी जनरेशन या फिर इंटरनेट तकनीक की एक बहुत ही सुन्दर पहल है जो जो भागदौड़ भरी जिंदगी के कुछ हिस्से को सरल बनाती है। ऑनलाइन एग्जाम आप अपने घर से कर सकते हैं जिसके लिए किसी परीक्षा स्थल तक जाने की आवस्यकता नहीं है। आप अपने घर से ही कम्प्यूटर या मोबाइल से कर सकते हैं। मोबाइल से अभी ऑनलाइन एग्जाम को सफलता नहीं मिली है। लेकिन आप कंप्यूटर ऑनलाइन परीक्षा दे सकते हैं।
ऑनलाइन एग्जाम के नुकसान?
ऑनलाइन एग्जाम से वैसे तो कोई भी नुकसान नहीं है। परीक्षार्थी भी अपने घर पर है और जो परीक्षा करवा रहा है वह एक जगह ऑफिस में वीडियो के जरिये जितने भी स्टूडेंट परीक्षा के लिए जुड़े हैं सब पर नजर किये हुए है। वह अपनी ऑफिस या सेंटर से यह तो देख सकता है की परीक्षा देने वाला क्षात्र कैमरे के सामने बैठा है। लेकिन यह नहीं देख सकता है की परीक्षा दे कौन रहा है? ऑनलाइन एग्जाम जिसका होना है बो सिर्फ कैमरे के सामने बैठा कंप्यूटर स्क्रीन के सामने कोई और।
कुछ छड़ के लिए इस बात को अनदेखा भी करते हैं पर ऑनलाइन एग्जाम से क्षात्र परीक्षा सेंटर पर बैठे व्यक्ति को धोखा दे ही रहा है साथ में अपने भविष्य को भी धोखा दे रहा है। मार्कशीट तो अच्छी सी बन जाएगी जिस मार्कशीट से नौकरी भी मिल जाएगी पर खुद के लिए सद्बुद्धि कहाँ से आएगी?
दूसरा ऑनलाइन एग्जाम से नुकसान यह है जिस क्षात्र की आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं है कि उसके घर लेपटॉप, डेस्कटॉप कंप्यूटर हो। इस स्थिति में भी क्षात्र का ही नुकसान है। वह अपने दोस्त से लैपटॉप मांगे अगर दोस्त के पास भी नहीं है तो वह किसी साइबर कैफ़े पर जाकर अपना ऑनलाइन एग्जाम दे। साइबर कैफे वाला भी एक या दो घंटे ऑनलाइन एग्जाम का किस हिसाब से चार्ज लेता है। यह पैसे का लोड भी क्षात्र के माता पिता की जेब पर पड़ता है। आर्थिक स्थिति की वजह से क्षात्र के पास लैपटॉप तो पहले से ही नहीं है साथ में यह खर्चा भी जुड़ गया।
ऑनलाइन एग्जाम में स्कैम।
ऑनलाइन एग्जाम में स्कैम या ऑनलाइन एग्जाम में चीटिंग एक ही बात है। अब आपको बता दूँ ऑनलाइन एग्जाम में चीटिंग करते कैसे हैं?
बहुत ही सरल है आप भी कर सकते हो जब बहुत लोग कर रहे हैं बड़े बड़े अधिकारियों के बच्चे कर रहे हैं तो आपको कैसा हर्ज है। आपको अपना ऑनलाइन एग्जाम देने के लिए एक ऐसा मित्र या भाई कोई भी सही ऐसा व्यक्ति चाहिए जो आपसे होसियार हो और आपको भरोसा हो यह हमसे अच्छा एग्जाम दे सकता है। दूसरा आपके लैपटॉप या डेस्कटॉप कंप्यूटर का कैमरा ऐसा हो जिसे 360 अंश तक घुमाया जा सके।
फिर क्या ऑनलाइन एग्जाम के समय आपको कैमरे के सामने कंप्यूटर के पीछे बैठना है। ऑनलाइन एग्जाम तो आपका भाई, मित्र या और कोई भी कंप्यूटर स्क्रीन के सामने से दे ही रहा है। इस बात को जो व्यक्ति ऑनलाइन एग्जाम करवा रहा है वह समझ या देख भी नहीं पायेगा। ऑनलाइन एग्जाम के पहले अगर परीक्षा करवाने वाला व्यक्ति आपसे एक बार पूरे कमरे में कैमरा घुमाने के लिए बोलता है तो आपके मित्र, भाई या जो भी हैं उनको कैमरे के पीछे पीछे साथ साथ घुमा दें। बस उसके बाद काम शुरू।
ऑनलाइन एग्जाम के फायदे।
फ्रैंड्स अगर किसी काम में नुकसान ही नुकसान है उसके बाद भी थोड़ा सा फायदा कहीं न कहीं जरुर छुपा होता है। पर ज्यादा नुकसान की वजह से हल्का फुल्का फायदा दिखाई नहीं देता है। वैसे ही ऑनलाइन एग्जाम में कहीं न कहीं से फायदा भी है और फायदे की वजह से ही यह प्रकिया शुरू की गयी है। लेकिन हम भारत के लोग सपथ ले चुके हैं बेहतरीन से बेहतरीन योजना में सेंध जरूर लगा लेते हैं। फिर यह ऑनलाइन एग्जाम कौन सी बड़ी बात है इसमें भी सेंध लगा दी। ऑनलाइन एग्जाम से सबसे बड़ा फायदा तो यह है covid-19 की वजह से एक दुसरे से संपर्क होने से समस्या हो रही हैं। भीड़ भाड़ इकठ्ठा होने से भी बचाव हो रहा है। ऑनलाइन एग्जाम देने वाला क्षात्र भी अपने घर पर सुरक्षित है। क्षात्र को एग्जाम सेंटर तक जाने का खर्चा भी बच जाता है।
ऑनलाइन एग्जाम में चीटिंग को कैसे रोकें?
ऑनलाइन एग्जाम में स्कैम को कैसे रोकें यह कोई रिसर्च नहीं है यह सिर्फ पोस्ट लेखक का अपना मत है। ऑनलाइन एग्जाम में चीटिंग रोकने के लिए इस सुझाव से हो सकता है क्षात्रों के दिमाग में कोई गलत सन्देश जाये, क्षात्रों को सायद यह लगे अरे राम यह हो गया तो बहत बुरा होगा। बुरा जरुर होगा लेकिन क्षात्रों को यह भी लगना चाहिए अगर हम अच्छे से पढ़ेंगे तो मेरे लिए कितने भी कठिन पड़ाव आ जाएँ हम नहीं घबराएंगे।
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ऑनलाइन एग्जाम में चीटिंग को कैसे रोकें? |
ऑनलाइन पढ़ाई एक अच्छ विकल्प है और वह तभी अच्छा है जब क्षात्र के माता पिता या अन्य कोई थोड़ा बहुत ऑनलाइन के बारे में समझता हो। आजकल स्मार्ट फोन सभी के घर में हैं, सभी के मोबाइल में रिचार्ज भी होता है। अगर ऑनलाइन पढ़ाई की बात आती है तो लोग सरकार के खिलाफ सड़कों पर आ जाते हैं कि मोबाइल का खर्चा कौन उठाएगा। जबकि हम पहले ही बता चुके हैं सायद ही कोई घर ऐसा होगा जिसके घर स्मार्टफोन न हो।
ऑनलाइन पढ़ाई का नुकसान तब है जब क्षात्र पढ़ने के तुरंत बाद किसी सोसल मिडिया प्लेटफार्म में घुस जाता है। उसने जितना थोड़ी देर पहले ऑनलाइन पढ़ा है वह भूल जाता होगा। पढ़ाई सीखने के लिए यूट्यूब एक अच्छा साधन है जब आपको कोई अच्छा चैनल मिल जाये। और अगर आप यूट्यूब का प्रयोग सिर्फ पढ़ाई के लिए कर रहे हैं तो बहुत कुछ सीख सकते हैं।
ऑनलाइन पढ़ाई से किसी क्षात्र पर किसी अध्यापक आदि का डर नहीं रहता है। क्षात्र बैकग्राउंड में अपनी मनमानी भी करता है। ऑनलाइन पढ़ाने वाले प्राइवेट शिक्षण संस्थान पढ़ाई के नाम बहुत अच्छी मोटी कमाई करने में जुटे हुए है
अगर आपका बच्चा ऑनलाइन पढ़ाई कर रहा है तो उसका ध्यान रखें। वह पढ़ाई के बहाने मोबाइल में गेमिंग और ऑनलाइन पैसे कमाने वाले किसी app का शिकार न हो जाये। आपको ध्यान यह भी रखना है जो एप्लीकेशन अश्लीलता जैसे वीडिओ, अभद्रता, नाचगाने आदि दिखा रहे हैं किसी ऐसे app की तरफ ध्यान न भटकाये।
ऑनलाइन एग्जाम से नुकसान में क्षात्र अपना खुद नुकसान करने में जुटे हुए हैं। ऑनलाइन एग्जाम देने से परीक्षा की गाइडलाइन की धज्जियाँ बड़ी आराम से उड़ा सकते हैं। ऑनलाइन एग्जाम देते समय क्षात्र तो अच्छा रिजल्ट निकाल लेता है जिसके पास में एग्जाम में सहायता देने वाले अच्छे लोग होते हैं। वह क्षात्र पिछड़ जाता है जो होसियार होते हुए भी अपनी योग्यता अनुसार अंक ला पाता है।
यह पोस्ट ऑनलाइन परीक्षा के विरोध में नहीं है। सिर्फ यह संकेत करने के लिए है। आप अपने बच्चे को होसियार बनाना चाहते हैं तो ऑनलाइन परीक्षा या पढ़ाई के समय उस पर नजर रखें जिससे वह किसी गलत तरीके से पढ़ाई में चीटिंग करे।
ऑनलाइन एग्जाम में चीटिंग को रोकने के लिए दो कैमरे होने चाहिए पहला तो लेपटॉप या डेस्कटॉप में कनेक्ट है जो यह पता कर रहा है की क्षात्र सामने से परीक्षा दे रहा है। दूसरा कैमरा क्षात्र का मोबाइल होना चाहिए। मोबाइल भी एक अप्लीकेशन के जरिये वीडियो उसी परीक्षा से जुडा हो। मोबाइल के कैमरे को ऐसे एंगल पर रखा जाये जिससे क्षात्र का लैपटॉप और क्षात्र दोनों नजर आने चाहिए। अभी तक तो क्षात्र पर नजर रहती है लेकिन परीक्षा कौन दे रहा है यह पता नहीं चलता है। अगर दो कैमरे होंगे क्षात्र पर पूरी तरह नजर रहेगी। ये सब करने से क्षात्र को ही फायदा रहेगा कि वो मन लगा कर पढ़ रहा है। अभी तो क्षात्र मन लगा कर इसलिए नहीं पढ़ते हैं उनको पता है किसी कॉलेज में एग्जाम देने जाऊंगा तो नकल मिल जाएगी। भारत में पढ़ाई की दुर्दशा को बढ़ाया जा रहा है या कम किया जा रहा है पोस्ट पढ़ने के लिए लिंक खोलें। अगर घर से ऑनलाइन एग्जाम देंगे तो किसी और को बिठा दूंगा।