पैसा कैसे कमाएं? यह सवाल आपका भी होगा जनता को बेवकूफ बनाकर कमा सकते हैं यही हाल किया Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd ने

  Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd 

ने जनता के पैसे को ताले में बंद कर दिया। आस किससे की जाये जो न्याय दिलादे?कोर्ट से या शासन से! वहां तो चेहरा देखकर बात होती है।


 पैसा कैसे कमाएं? Paisa Kaise kamayen पैसा कमाना कोई बड़ी बात नहीं है बस लोगों को ठगने की हिम्मत चाहिए।

   पैसा कैसे कमाएं इसके बारे में तो एक व्यंग है क्योंकि यही भारत की सच्चाई है असली कहानी तो पोस्ट में आगे भी है ध्यान से पढ़ें जरुर कुछ अच्छा लगेगा।

    Paisa kaise kamayen? यह सवाल तो सायद प्रत्येक महिला या पुरष के दिमाग़ में आता है। जिस व्यक्ति के दिमाग़ में यह सवाल ही नहीं आता है कि पैसा कैसे कमाया जाये? ऐसा व्यक्ति सायद कोई संत और वास्तविक संत महात्मा ही हो सकता है। वास्तविक संत महात्मा का मतलब कोई भगवान ही सायद। क्योंकि आजकल तो संत महात्मा पैसा कमाने के लिए ही बनते हैं। आपके पैसा कैसे कमाएं वाले सवाल का एक उत्तर तो यही है कि आप एक ढोंगी बन जाएँ।



        पैसा कमाने के लिए आप जी तोड़ मेहनत करें तब भी आपके खर्चे चलना मुश्किल हो रहा है। क्योंकि आप अपनी जी तोड़ मेहनत में कहीं बोझा ढोने का काम कर रहे हैं, या किसी अन्य प्रकार कि दिहाड़ी मजदूरी कर रहे हैं जिससे आपका भला होने वाला नहीं है। या आप किसी कम्पनी में मासिक बेतन पर काम कर रहे हैं उससे भी आपके खर्चे नहीं चल पा रहे हैं और दिन रात यही सवाल लगा रहता है पैसा कैसे कमाएं।

           पैसा कमाने के लिए आपको कुछ हटकर सोचना होता है तभी आप पैसे कमा सकते हैं। आप कानून की मदद लें और जनता को बेवकूफ बनाकर पैसा कमा सकते हैं। आप कोई नेता बन जाएँ वहां से भी पैसा कमा सकते हैं। आप किसी प्रकार से जनता को लूट लें तब भी आपके इस सवाल का जबाब मिल जायेगा कि पैसा कैसे कमाएं। ऊपर के आसान सवालों के उत्तर तो आपको आसान से मिल गए हैं।


     अब बात करते हैं  Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd के चेयरमेन यशपाल सिंह के बारे में जिन्होंने एक बैंकिंग जैसी सेवा सुरु की। बस बैंक और और Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd में थोड़ा सा फर्क था। 

  • यह सोसाइटी किसी अन्य बैंक का चेक नहीं ले सकती थी और अपना चेक इसु नहीं कर सकती थी। 
  • अन्य बैंक से पैसा ट्रांसफर भी Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd के सेविंग अकॉउंट में NEFT, IMPS आदि नहीं हो सकता ।
  • अन्य बैंक में Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd के आपके बचत खाते से पैसा ट्रांसफर नहीं हो सकता था।

  • Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd के बचत खाते से डेबिट या क्रेडिट कार्ड भी नहीं बनता है।

  • जब Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd के बचत खाते से डेबिट कार्ड ही नहीं बनता है तो आप UPI जैसी सुविधाओं का लाभ नहीं ले सकते हैं।

  • Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd के बचत खाते से आपको इंटरनेट बैंकिंग जैसी कोई सुविधा नहीं मिलती है।

          सीधी सी बात है नयी जनरेशन और ओल्ड जनरेशन के हिसाब से Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd कोई भी बैंकिंग सुविधा नही प्रदान करती है फिर भी Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd के चेयरमेन यशपाल सिंह और मैनेजर सत्यप्रकाश ने एजेंट और सदस्यों को बेवकूफ बनाया। और भरोषा दिया आप सोसाइटी में इन्वेस्ट कीजिए हम भी बैंक जैसे हैं बैंक से कम नहीं हैं। लोग न समझी में बेवकूफ बन भी गए। और सोसाइटी के बचत खाता व अन्य प्लान में लाखों रूपये दोगुना करने के चक्कर में डूबा दिया।

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        आज सोसाइटी में पैसा जमा करने वालों की ये हालत है अपना  दर्द किसी के कह नहीं सकते। किसी ने अपनी बेटी की शादी के लिए जमा किया था। किसी ने अपने छोटे मूंगफली के रोजगार से बचाकर और बड़ा व्यापार करने के लिए जमा किया था। और आज पूरा पैसा चेयरमेन यशपाल सिंह लेकर फरार हैं। शासन प्रशासन को भनक भी नहीं है कि किसी क्षेत्र के लोगों के साथ इस तरह की घटना हो चुकी है।

   


         SYMBIOSIS CREDIT CO-OPERATIVE SOCIETY LTD. । जो उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में है । 2005 के लगभग हमारे देश भारत के ब्लॉक अछल्दा में अपनी एक शाखा खोली । आस पास के लोगों को हजारों स्कीम के बारे में बता कर( झूंठ बोलकर गुमराह करके) पैसा इकठ्ठा करना शुरू किया गया । 8 या 10 साल तक समय पर  अच्छा  भुगतान करके लोगों का इतना भरोसा जीता लोग लाखों रुपये जमा करने लगे । एजेंटो को ऑफिस के द्वारा समझाया जाने लगा ग्राहक का 70% रूपए हमारे भारत में सरकारी खजाने में जाता है जिससे अगर हम भाग भी जाते हैं सरकार आपका पूरे पैसे भुगतान करेगी। 30% में हम अपना काम चलाते हैं ।

        कुछ दिनों में स्थित ख़राब होने लगी लोगों को टाइम पर भुगतान मिलना बंद । पहले भुगतान तिथि से 15 दिन किया गया फिर 30 दिन 60  दिन 90 दिन 120 दिन । 180 दिन में भी नहीं होता है । 180 दिन के बाद यदि होता भी है तो जितना जमा किया है बो ही मिलता है । उसके लिए भी 100 चक्कर लगाए जाएं कम हैं । जिनका पैसा फसा है उनको डर सता रहा है कहीं पैसा डूब न जाये । 

         कुछ एजेंटो ने ये स्थिति आने से पहले काम छोड़ दिया था कुछ ने बाद में । जो भी ग्राहक अपने भुगतान के लिए जाता है ऑफिस जाता है उससे ये कहकर टहला दिया जाता है अभी प्रॉपर्टी ही नहीं बिकी है आपका भुगतान कैसे किया जाये । किसी ग्राहक से ये कह दिया जाता है आपका पैसा हम लेने गये थे जो यहाँ आ गये ।इतना कुछ हो रहा है सिस्टम को भनक नहीं है । और सायद उस दिन लगेगी जिस दिन वहाँ ताला लटका हुआ मिलेगा ।

    आखिर वो समय आ ही गया की जनवरी 2022 से सोसाइटी की अछल्दा ऑफिस में ताला लटक गया और आज तक लटका है।

     शासन और प्रशासन को भनक भी है लेकिन न्याय के लिए अब सालों चक्कर काटने की आदत और परम्परा देश से ऐसे ही खतम नहीं होगी। ये तो लगातार जारी ही रहनी है।

      सिम्बायोसिस क्रेडिट को- ऑपरेटिव सोसाइटी की हालत ऐसी है 

  • पहले तो कोई फोन नहीं उठाता आप चाहो तो इन नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
  1. यशपाल सिंह चेयरमेन। +919719221617 +917525014330
  2. सत्यप्रकाश मैनेजर.
  3. सोसाइटी का ऑफिस. +91-512-2572233
  • Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd की एक वेबसाइट है जिसपर पहले बहुत कुछ होता था। अब उस वेबसाइट पर देखो तो पूरा इंटरफेस ही बदला है सारी स्कीम गायब हैं।
  • सोसाइटी की वेबसाइट भी नार्मल सी वेबसाइट रह गयी है जहाँ अब कुछ नया अपडेट आदि नहीं किया जा रहा है। बस domen को ही रिन्यूअल किया जा रहा है।
  • दिसंबर 2020 के बाद सोसाइटी के फेसबुक पेज पर भी अपने प्रचार में कोई पोस्ट नहीं डाली गयी है सायद पेज पर काम बन्द कर दिया गया है कोई नहीं चलाता है।
  • सोसाइटी की वेबसाइट पर जो फेसबुक पेज का लिंक है हमें तो वही फर्जी लग रहा है। क्योंकि सोसाइटी की वेबसाइट के लोगो और फेसबुक पेज के लोगो में फर्क है।
  • आप कम्पनी का रजिस्ट्रेशन चेक करो तो कोई डाटा ही नहीं मिला। अप्लीकेशन नम्बर 3330464 से आप भी कर सकते हैं जब हमने किया था तो सर्वर न आ रहा हो। 
स्टेटस तो रजिस्टर्ड है हो सायद जनता को लूटने के लिए किया गया था। आप इस लिंक से देख सकते हैं>>
यह नया रजिस्ट्रेशन 2016 का उसके पहके क्या था उसका भी बताएँगे।
आपको इस लिंक से एक बात देखने को जरुर मिलेगी।
  • Certificate Detail गायब है
  • Document Description में
  • Tm-1 गायब है.
  • Journal copy गायब।
  • Certificate गायब।
मतलब लिंक ही वेलिड नहीं है
ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन करने वाली संस्था के बारे में थोड़ी चर्चा कर लेते हैं।
फुल डिटेल आप इस लिंक से ले सकते हैं कि ट्रेडमार्क जनता को बेवकूफ बनाने में अपनी कितनी भूमिका रखता है।
     सोसाइटी का justdial.com पर प्रोफाइल तो बना हुआ है।
     
सोसाइटी के प्रोफाइल जहाँ किसी ने लास्ट रिव्यु 4 अप्रेल 2021 को दिया था। आप खुद इस लिंक के माध्यम से देख सकते हैं। Click To Read,,  Link-2 Click To Read

    ये सभी रिव्यु फर्जी हैं फर्जी का मतलब उन्ही के लोगों ने दिए हैं। अगर लोगों के बीच रिव्यु दिलवाये जाएँ और रेटिंग तय की जाए तो गालिया ही लिखी जाएंगी।
  •  जो लोग डिजिटल मार्केटिंग करते हैं उन्हें रिव्यु का मतलब अच्छी तरह पता होगा
  •  और जो लोग वेबसाइट       का ऑफ़ पेज seo करते हैं उन्हें भी रिव्यु का मतलब अच्छी तरह पता होता है।
Justdial.com एक लोकल लिस्टिंग वेबसाइट है यहाँ आप भी अपनी बिजनेस के प्रोफ़ाइल का रिव्यु ले सकते हैं।

    किसी भी कम्पनी के प्रोडक्ट या सर्विस के रिलेटिव रिव्यु वेबसाइट पर लिए जाते हैं अगर कम्पनी की सर्विस या प्रोडक्ट अच्छा नहीं है फिर भी सभी रिव्यु अच्छे ही जा रहे हैं तो यह रिव्यु फर्जी ही होते हैं  उन्ही के लोग तय करते हैं।
-
  • जिस संस्था ने सोसाइटी का ट्रेडमार्क के लिए अप्लीकेशन एक्सेप्ट किया उसने कैसे गारंटी ली कि आप अच्छा काम कर रहे हैं।
  • या आप किसी पर भी ट्रेडमार्क का लोगो देखकर कैसे यकीन कर लेते हैं कि यह व्यक्ति सही है।
  • ट्रेडमार्क देने वाली संस्था सिर्फ जनता को बेवकूफ बनाने के लिए अपना लोगो दे रही हैं । अगर सही मायने में देखना कभी सबसे घटिया प्रोडक्ट आपको बेचना हो तो ट्रेडमार्क के लिए अपना आवेदन सफल करवा लो।
   ठीक वैसा ही Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd के चेयरमेन ने किया। भारत की नम्बर 1 लोगो देने वाली संस्थानों से अपना आवेदन अप्रूव करवाया बाद में सबको ठेंगा दिखा दिया।

 सिम्बायोसिस क्रेडिट को- ऑपरेटिव सोसाइटी लि.  की कई शाखाएं थीं जिसमें से कुछ एक उत्तर प्रदेश के अछल्दा, बिधूना, कानपुर देहात के कई कस्बे में सोसाइटी की शाखाएं थीं। सुनने में यह भी आया था कि कुछ शाखाएं मध्य प्रदेश में भी हैं पर वहां के बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं है कि कहाँ-कहाँ Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd. की शाखाएं खुली हैं लोगों को लूटने का अच्छा धंधा है। इस तरह का धंधा करने के लिए लाइसेंस देने वाली संस्था आपको लाइसेंस भी आसानी से देती है। लाइसेंस देने वाली संस्था की गाइड लाइन जो भी होगी सुरु में सब मान लेते हैं बाद में क्या होता है यह कोई नहीं बता सकता है।

        अखवार को भी जिस दिन थोड़ा टाइम मिला ज्यादा शिकायतें पहुंची तो खबर निकाल दी और हेडलाइन में लिख दिया " Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd, सहारा इंडिया, कल्पतरु ग्रुप ऑफ़ कम्पनी लोगों का भुगतान नहीं दे रही हैं। यह खबर निकालने से पहले अगर रिपोर्टर को 500 रुपये रिश्वत मिल गयी या रिपोर्टर खुद कम्पनी के मालिक या मैनेजर का भाई बंधु हुआ तो खबर भी नहीं निकाली जाएगी। अगर खबर निकल भी जाती है तो क्या फायदा। न्यूज़ पेपर, न्यूज़ चैनल और पत्रकार नाम का डर गंदे समाज को होता था वह नहीं है क्योंकि पत्रकार भी गंदे और भद्दे समाज को बचाने का काम करता है।

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     सिम्बायोसिस क्रेडिट को- ऑपरेटिव सोसाइटी लि.  के एक एजेंट जिसने सबसे कम काम किया उसके सदस्यों का कमसे कम 5 लाख रूपये फसा हुआ है। आखिर यह तमासा कबतक चलेगा? इस तरह की संस्था आती रहेंगी और जनता मेहनत से कमा कर दोगुना करने के लालच में फसती रहेगी। क्यों कोई साशन और प्रशासन इनको सुरु करने पहले ही बंद करवाने का प्लान बना लेते हैं। कोई नहीं बंद करवाएगा क्योंकि इस तरह की संस्था खोलने वालों के भाई मंत्री हैं, विधायक हैं या किसी कोर्ट में जज हैं इनका कोई उखाड़ भी क्या सकता है। जनता तो लुटने के लिए ही बनाई जाती है जो मर्जी आता है वह पैसे लेकर बेईमानी का ताला लटकाकर चला जाता है।

   सिम्बायोसिस क्रेडिट को- ऑपरेटिव सोसाइटी लि.  के चेयरमेन का F.I.R. और फिर मुकदमा करके हो भी क्या सकता है। ब्रांच पर प्रशासन का ताला पड़ जायेगा केस चलेगा तारीखें पड़ेंगी। मुकदमा 1 साल में अपना परिणाम देगा नहीं 5 साल भी चलेगा 10 साल भी चलेगा। वकील और जजों का भला होता रहा तो मुकदमा 20 वर्ष भी चल सकता है। 20 साल बाद जब रिजल्ट आएगा कि मुकदमा सदस्यों के पक्ष में ही गया है। भुगतान किया जायेगा जिसमें से कुछ सदस्य मर चुके हैं, कई सदस्य भूल चुके हैं, कई एजेंट शर्म हया से कर्ज में डूब कर आत्महत्या का प्रयास कर चुके हैं। कितने लोगों का भुगतान होगा ये कोई नहीं बता सकता है।

    कई एक संस्था जैसे Symbiosis Credit Co-Operative Society Ltd  कल्पतरु, सहारा इंडिया, जो बड़े नाम हैं इन्होने लोगों का पैसा खूब इकठ्ठा किया जब भुगतान का समय आया तो गायब। अपना व्यबहार, अपना रुतवा खराब हुआ तो एजेंट का। बेरोजगारी के समय में कोई भी पढ़ा लिखा युवा एजेंट बनकर पैसा कमाना चाहता है कभी यह नहीं सोचता है कि कि हम जिस कम्पनी के दलाल बने हुए हैं वह मेरे समाज में मेरा मौजूदा सम्मान लेकर गायब हो जाएगी।


    कल्पतरु ग्रुप ऑफ़ कम्पनी 2017 से बंद है एक सदस्य का 50 लाख रुपये तक फसा हुआ है। एजेंट के अनुसार ' अगर कल्पतरु ग्रुप ऑफ़ कम्पनी की जमींन प्रशासन अपने कब्जे में कर ले तो लोगों का भुगतान तुरंत हो जाए।" पर 2017 से लोगों का लाखों रुपया फसा हुआ शासन प्रशासन दोनों नींद में हैं। शासन को अपनी राजनीती से मतलब है, प्रसाशन को अपनी रिश्वत से मतलब है।  जनता मरे कुछ भी करे किसी को क्या मतलब है। आखिर इनको लाइसेंस मिल कैसे जाता है? साला गरीब को तो राशन तक मिल पाता है।

        साशन प्रशासन इस तरह से लाइसेंस देकर जनता को लुटवाने का प्रबंधन करती ही क्यों है। जब सबकुछ ऐसा चल ही रहा है तो मेरा भी मन करता है सिम्बायोसिस क्रेडिट को- ऑपरेटिव सोसाइटी लि., कल्पतरु ग्रुप ऑफ़ कम्पनी सहारा इंडिया जैसी संस्थान खोल लूँ। पर मुझे खोलनी नहीं दी जाएगी क्योंकि मेरे साथ पहला सवाल जुड़ जायेगा कि आप लोगों का भुगतान कैसे करोगे? अब मेरे पास इतना पैसा नहीं है जो इस सवाल को पूंछने वाले का मुंह बंद पैसे की गड्डी मारकर बंद कर दूँ और लाइसेंस बनवा कर काम सुरु हो जाए। जब सब लूटने में ही लगे हैं उसी लगे हाँथ हम भी कुछ कमा लें।

       चिट फंड कम्पनी एजेंटो के माध्यम से बहुत सारा पैसा गरीबों के बीच से इकठ्ठा करती हैं और बाद में सभी पैसा हड़प करके भाग जाती हैं ऐसा आपके आस पास भी हुआ होगा। कम समय में दोगुने पैसे के लालच में गरीबों के साथ अमीर भी आ जाते हैं। जिस एजेंट को अच्छा कमीशन मिल रहा है वह आपको हजारों फायदे गिना देगा। फायदे सुनकर आप खुद इन्वेस्ट कर देंगे कम्पनी को न भागने की शपथ एजेंट पहले से ही ले चुका है।        

        भ्रष्टाचार के खिलाप लड़ने के लिए कानून आपकी मदद करता है न की भ्रष्टाचार रोकने के लिए । कोई भी स्कैम ( घोटाला ) होने से पहले ही यदि सरकार या सरकारी सिस्टम सतर्क हो जाये तो सायद गरीबों की मेहनत से कमाया हुआ पैसा कहीं डूबने से बच जाया करे । लेकिन ऐसा होता नहीं है किसी की तो गरीब लोगों की जरा सी हलचल में  सारी जिंदगी की कमाई चली जाती है । हमारे भारत में गाँव हो या शहर खून पशीने की कमाई ज्यादातर लोगों की होती है । कुछ लोग होते हैं जिनके कमाई के साधन ऐसे भी होते हैं जो आसानी से थोड़ी ही मेहनत करके अपनी कुछ जरूरतों के लिए पैसा कमा लेते है ।

   

   कई लोगों की परेशानी थी जिसमें से सभी की तो कवर नहीं हो पायी कुछ लोगों की है जिसे आप वीडियो के माध्यम से देख सकते हैं। वीडियो के लिंक पर क्लिक करें


            आपको करोड़ों कमाने हैं, क्या आप करोङो का घोटाला करना चाहते हैं?तो मेहनत की आवश्यकता नहीं है हमारे देश भारत में थोड़ा इन्वेस्ट करके एक एयर कंडीसन बीमा कम्पनी, चिट फंड कम्पनी या सोसाइटी ऑफिस खोलना है वहाँ पर दो या तीन कंप्यूटर रखने हैं चार या पांच एक मैनेजर सहित वर्कर रखने हैं जिनको झूंठ बोलने का उम्दा अनुभव हो। एक दो महीने में आपको एजेंट बनाने हैं बो गली मोहल्ले अपने रिस्तेदार दोस्त आदि से पैसा लाकर खुद जमा करना शुरू कर देंगे बस उनको मनचाहा कमीशन देना है । एक आध बार समय पर भुगतान करके बहुत ही सम्मान के साथ लोगों भरोषा जीतना है । जब आपका खेल करोड़ों के ऊपर हो जाये ऑफिस बंद करके पतली गली निकल जाओ सबका पैसा हजम । 

       

             


            

 

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